उज्जैन। वार्ड 52 में बने शासकीय छात्रावासों में कोरोना के मरीजों के लिए क्वारेंटाईन सेंटर बनाए जाने से आसपास के रहवासी खोफजदा हैं, ऐसे में उन्होंने अपना विरोध क्षेत्र के पार्षद एवं नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र वशिष्ठ के सामने जाहिर किया तथा लिखित में शिकायत करते हुए यहां कोरोना के मरीजों के लिए क्वारेंटाईन सेंटर बनाए जाने का विरोध किया। ऐसे में राजेन्द्र वशिष्ठ ने भी कलेक्टर को पत्र लिखकर क्वारेंटाईन सेंटर का स्थान परिवर्तित करने की मांग की है। राजेन्द्र वशिष्ठ के अनुसार वार्ड 51 में स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास, नवीन प्री मेट्रिक छात्रावास, उत्कृष्ट छात्रावास, बालक आवासीय छात्रावास सहित कुल छह छात्रावासों को अधिग्रहित कर कोरोना के रोगियों को ठहराने की योजना है। लेकिन इन छात्रावासों के पास में ही दमदमा, पूजा नगर, रविन्द्रनगर, भक्तनगर, पीएचई कॉलोनी, निर्माण नगर जैसे आवासीय नगर है जिनकी आबादी बीस हजार के करीब है। यह क्षेत्र सघन आबादी वाला क्षेत्र होने के साथ ही उच्च अधिकारी कलेक्टर, कमिश्नर तथा अन्य विभागों में काम करने वाले अधिकांश लोग यहां निवास करते हैं। पीडब्ल्यूडी और सिंचाई विभाग कॉलोनी भी इसी क्षेत्र के अंतर्गत आती है। यदि मरीजों को यहां ठहराया गया और संक्रमण फैलता है तो इन रहवासी क्षेत्रों में महामारी फैलने की पूरी संभावना है। साथ ही इसी से जुड़ा वार्ड 44 के सेठीनगर सहित करीब 20 कॉलोनियां आवासीय क्षेत्र है जिससे हजारों लोग प्रभावित हो सकते हैं ऐसे में स्थिति अत्यंत खराब हो सकती है। जिसे नियंत्रित करना मुश्किल होगा साथ ही छात्रावास में रहने वाले आवश्यक स्टाफ के स्वास्थ्य को भी खतरा है। राजेन्द्र वशिष्ठ ने कहा कि कोरोना के इलाज के लिए रोगियों को रखने के लिए आरडी गार्डी के आसपास ही ऐसे क्षेत्र जहां रहवासी क्षेत्र न हो वहीं देवास रोड़ पर ही सुमन मानविकी भवन, साईंस कॉलेज सहित यहां कई छात्रावास खाली पड़े हुए हैं इन्हें कोरोना के मरीजों के ईलाज के लिए उपयोग में लिया जाए। क्षेत्र के राकेश मिश्रा, हुकुमसिंह, एमजी शर्मा, राजसिंह सेंगर, स्वदेश शर्मा, पंकज श्रीवास्तव, विवेक गुप्ता, वंदना गुप्ता सहित संपूर्ण वार्डवासियों ने वार्ड 52 में स्थित छात्रावासों को मरीजों को रखने में उपयोग न करने का अनुरोध किया है।
नेता प्रतिपक्ष एवं क्षेत्रीय पार्षद राजेन्द्र वशिष्ठ को रहवासियों ने की शिकायत-वशिष्ठ ने कलेक्टर को