लॉकडाउन में 17 मई के बाद मिल सकती है ढील, पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत में रखी राय


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सभी मुख्यमंत्रियों से कोरोना वायरस को लेकर पांचवीं बार वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये बात की. प्रधानमंत्री ने इस बैठक में कहा कि सरकार को आगे बढ़ने के बारे में सोचना होगा और समग्र दृष्टिकोण के बारे में बात करनी होगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस पूरी लड़ाई में पूरे विश्व ने ये माना है कि हम कोविड-19 (Covid-19) के साथ लड़ाई में सफल रहे हैं. राज्य सरकारों ने इस लड़ाई में अहम भूमिका निभाई है. उन्होंने अपनी जिम्मेदारी समझी और इस खतरे से लड़ने के लिए अहम भूमिका निभाई।


प्रवासी श्रमिकों को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "हम परेशान हैं कि लोग जहां हैं उन्हें वहीं रहना चाहिए. लेकिन ये सामान्य मानव का व्यवहार है कि वो अपने घर जाना चाहता है और इसलिए हमने अपने फैसले में बदलाव किया. इसके बावजूद हमने ये सुनिश्चित किया कि ये बीमारी फैले नहीं और गांवों तक नहीं पहुंचे, यही हमारे लिए बड़ी चुनौती भी है."

राज्यों ने अच्छी तरह से निभाई भूमिका
पीएम ने कहा कि राज्यों ने अब तक अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभाई है, लेकिन निवारक उपायों और सोशल डिस्टेंसिंग को कम नहीं किया जा सकता है वरना ये संकट गहरा सकता है. उन्होंने राज्यों से आर्थिक गतिविधियों को दोबारा शुरू करने के लिए सुझाव देने को कहा और कहा कि सभी निर्देश राज्यों के इन सुझावों के आधार पर तैयार किए जाएंगे।


सूत्रों की ओर से बताया गया है कि हालांकि सरकार 17 मई को मौजूदा लॉकडाउन समाप्त होने के बाद प्रतिबंधों में ढील देने के पक्ष में है, लेकिन अभी भी एक ही बार में प्रतिबंध हटाए जाने की संभावना नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए मुख्यमंत्रियों के साथ पांचवीं बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की।  इससे पहले हुई बैठक में प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों से राष्ट्रीय लॉकडाउन के विस्तार पर सुझाव लिए थे और संक्रमण के प्रसार की जांच करने के लिए कहा था.