उज्जैन। स्थित सैफी मोहल्ला मे सैयदी हब्बिबुल्लाह सायब का उर्स निहायत अदब और एहतराम के साथ मनाया गया। उर्स के मौके पर सैयदी अबीबुला सायब की दरगाह पर विशेष विद्युत सज्जा वाट की गई। समाज के अब्दुल कादर भाई अक्कड़ वाला ने बताया कि सैयदी हब्बिबुल्लाह सायब की दरगाह पर बड़ी संख्या में बोहरा समुदाय के स्त्री-पुरुष और बच्चे का शनिवार सुबह से ही दरगाह पर आने का सिलसिला शुरू हो
गया। विशेष तौर पर यहां शादी की मन्नत मानी जाती है जिन बच्चों की शादी नहीं होती है उन के माता-पिता यहां दरगाह पर आकर फूल की माला (सेहरा) एव शरबत, दूध, वितरण करते हैं। यहां सिलसिला कई वर्षों से चला आ रहा है। शनिवार रात को मगरिब ईशा की नमाज के बाद आमिल साहब की सदारत में संदल की रसम अदा की गई और मज़ार पर मखमली चादर व फूलों की चादर चराई गई। इस अवसर पर सेफी मोहल्ला मस्जिद में उर्स की मजलिस भी रखी गई। मजलिस कुरान की तिलावत से शुरु की गई बाद सैयदी हब्बिबुल्लाह सायब की शानात में मदहे और क़सीदे पढ़े गए। सैयदी हब्बिबुल्लाह सायब का सन 1165 में वफात हुए थे।उनकी याद मे यह उर्स प्रति वर्ष मनाया जाता है। उर्स के पावन अवसर पर जमात खाने में सामूहिक भोजन भी किया गया। आज रविवार उर्स का दिन है आज भी समाजजनों का दरगाह पर ज़ियारत के लिए आने का सिलसिला जारी रहेगा।