भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत और युद्धवीर सिंह को मध्यप्रदेश में किसान सम्मेलन करने एवं बाबा महाकाल के दर्शन हेतु उज्जैन आने का निमंत्रण दिया
उज्जैन। कृषि कानून के विरोध में चल रहे आंदोलन से भारतीय किसान यूनियन की गाजीपुर बॉर्डर से घर वापसी हुई। उज्जैन जिले के किसान भी इस आंदोलन में भागीदार रहे जिनका घर वापसी पर सम्मान किया गया।
गाजीपुर बॉर्डर नईदिल्ली से किसानों की ऐतिहासिक जीत की खुशी में आयोजित विजय रैली और घर वापसी सम्मान समारोह से लौटे भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक (टिकैत) के उज्जैन जिला संगठन मंत्री कुँवर भगवान सिंह सोलंकी ने बताया कि केंद्र की मोदी सरकार ने जो किसान विरोधी तीन कृषि कानून पारित किए थे, उनके विरोध में देश के कई किसान संगठन एकजुट होकर विगत एक वर्ष से दिल्ली की अलग-अलग बॉर्डर पर बैठे थे और आखिर किसान शक्ति के आगे सरकार को झुकना पड़ा और तीनों काले कानून वापस लेने पड़े। इसी खुशी में संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन समाप्त कर घर वापसी के पूर्व सम्मान समारोह एवं विजय रैली आंदोलन स्थलों पर आयोजित कर घर वापसी का निर्णय लिया था। विदाई समारोह ऐतिहासिक रहा, उसी कड़ी में यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष अनिल यादव के नेतृत्व में प्रदेश के सैंकड़ों किसान कार्यकर्ता आंदोलन के भागीदार रहे थे। उज्जैन जिले से भी आंदोलन में उपस्थित रहे यूनियन के जिला पदाधिकारी, जिलाध्यक्ष यतीश जाट, जिला कार्यकारिणी अध्यक्ष संजय पटेल, जिला महामंत्री ईश्वरसिंह आँजणा अपने सैंकड़ों सदस्यों के साथ गाज़ीपुर बॉर्डर पर विजय उत्सव में सम्मिलित होने पहुँचे थे। दल का नेतृत्व भारतीय किसान यूनियन के युवा संभागाध्यक्ष राजेश चौधरी, युवा जिलाध्यक्ष सतीश शर्मा, जिला संगठन मंत्री कुँवर भगवान सिंह सोलंकी द्वारा किया गया। सोलंकी ने बताया कि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत और राष्ट्रीय महामंत्री युद्धवीर सिंह को मध्यप्रदेश में किसान सम्मेलन करने एवं बाबा महाकाल के दर्शन हेतु उज्जैन आने का निमंत्रण दिया गया है।