उज्जैन । सेवाओं को सराहना और कुर्बानियों का सम्मान करना उज्जैन की मिट्टी की विशेषता है, यह हमारे देश की प्राचीन परम्परा है जिसे जीवित रखते हुए गत रात्रि को प्रदेश सचिव मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष उज्जैन संभाग अल्पसंख्यक कांग्रेस कमेटी सैयद मक़सूद अली के निवास पर एक सम्मान समारोह आयोजित हुआ। इस विशिष्ट समारोह में उज्जैन के प्रतिष्ठित अन्तर्राष्ट्रीय शायर अहमद रईस निज़ामी का सम्मान किया गया। समारोह में वक्ताओं ने व्यक्त किया कि निज़ामी उज्जैन के ऐसे प्रथम शायर हैं जिन्होंने साहित्य जगत में उज्जैन को अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान दिला कर एक नया इतिहास रचा है। निज़ामी ने अब तक विदेशों में आयोजित 33 अंतर्राष्ट्रीय मुशायरों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है यह उज्जैन के लिए गौरव की बात है। पूर्व पार्षद श्री रवि राय ने कहा कि कई दशकों की मेहनत के साथ निज़ामी ने कार्तिक मेले के मुशायरे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रियता प्रदान की, आपने अंतरराष्ट्रीय शायरों के साथ स्थानीय शायरों को भी मेला मंच पर भरपूर सम्मान दिया है। इनकी सकारात्मक भूमिका का सम्मान करते हुए हम इन्हें दिल से सम्मानित करते हैं। नगर निगम भी इनकी भूमिका से सम्मानित होती रही है। आयोजक सैयद मक़सूद अली ने कहा कि मुशायरों और समाजसेवा के लिये निस्वार्थ रूप से समर्पित निज़ामी का सम्मान करते हुए हमें आत्मीय प्रसन्नता है। वरिष्ठ उस्ताद शायर अब्दुल हमीद गौहर की अध्यक्षता, पूर्व पार्षद श्री रवि राय , लोकप्रिय पत्रकार और समाजसेवी श्री नासिर बेलिम ,युवा नेता असलम खान के आतिथ्य में आयोजित सम्मान समारोह में लोकप्रिय शायर डॉ ज़िया राना, रशीद अनवर, शाहनवाज़ असीमी, मिर्ज़ा जावेद बैग, सुरखाब बशर, ताबिश फिरोजाबादी सहित अनेक गण मान्य नागरिक और साहित्यप्रेमी सम्मिलित रहे। सम्मान समारोह में सभी शायरों अपना श्रेष्ठ कलाम पेश किया। निज़ामी ने जब ये शेर पढ़ा कि : मुतमईन भी किस क़दर थे अपनी क़ुर्बानी से हम रद किये जाने लगे अब कितनी आसानी से हम तो इस पर सभी ने एक आवाज़ में कहा कि आपको कोई रद यानी रिजेक्ट नहीं कर सकता, अपाहिज मानसिकता के कुछ लोग यदि आपकी क़दर नहीं करते तो ये उनकी नादानी है। समारोह का संचालन डॉ ज़िया राना ने और आभार सैयद मक़सूद अली ने प्रकट किया।
अंतर्राष्ट्रीय शायर निज़ामी का हुआ सम्मान
उज्जैन । सेवाओं को सराहना और कुर्बानियों का सम्मान करना उज्जैन की मिट्टी की विशेषता है, यह हमारे देश की प्राचीन परम्परा है जिसे जीवित रखते हुए गत रात्रि को प्रदेश सचिव मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष उज्जैन संभाग अल्पसंख्यक कांग्रेस कमेटी सैयद मक़सूद अली के निवास पर एक सम्मान समारोह आयोजित हुआ। इस विशिष्ट समारोह में उज्जैन के प्रतिष्ठित अन्तर्राष्ट्रीय शायर अहमद रईस निज़ामी का सम्मान किया गया। समारोह में वक्ताओं ने व्यक्त किया कि निज़ामी उज्जैन के ऐसे प्रथम शायर हैं जिन्होंने साहित्य जगत में उज्जैन को अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान दिला कर एक नया इतिहास रचा है। निज़ामी ने अब तक विदेशों में आयोजित 33 अंतर्राष्ट्रीय मुशायरों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है यह उज्जैन के लिए गौरव की बात है। पूर्व पार्षद श्री रवि राय ने कहा कि कई दशकों की मेहनत के साथ निज़ामी ने कार्तिक मेले के मुशायरे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रियता प्रदान की, आपने अंतरराष्ट्रीय शायरों के साथ स्थानीय शायरों को भी मेला मंच पर भरपूर सम्मान दिया है। इनकी सकारात्मक भूमिका का सम्मान करते हुए हम इन्हें दिल से सम्मानित करते हैं। नगर निगम भी इनकी भूमिका से सम्मानित होती रही है। आयोजक सैयद मक़सूद अली ने कहा कि मुशायरों और समाजसेवा के लिये निस्वार्थ रूप से समर्पित निज़ामी का सम्मान करते हुए हमें आत्मीय प्रसन्नता है। वरिष्ठ उस्ताद शायर अब्दुल हमीद गौहर की अध्यक्षता, पूर्व पार्षद श्री रवि राय , लोकप्रिय पत्रकार और समाजसेवी श्री नासिर बेलिम ,युवा नेता असलम खान के आतिथ्य में आयोजित सम्मान समारोह में लोकप्रिय शायर डॉ ज़िया राना, रशीद अनवर, शाहनवाज़ असीमी, मिर्ज़ा जावेद बैग, सुरखाब बशर, ताबिश फिरोजाबादी सहित अनेक गण मान्य नागरिक और साहित्यप्रेमी सम्मिलित रहे। सम्मान समारोह में सभी शायरों अपना श्रेष्ठ कलाम पेश किया। निज़ामी ने जब ये शेर पढ़ा कि : मुतमईन भी किस क़दर थे अपनी क़ुर्बानी से हम रद किये जाने लगे अब कितनी आसानी से हम तो इस पर सभी ने एक आवाज़ में कहा कि आपको कोई रद यानी रिजेक्ट नहीं कर सकता, अपाहिज मानसिकता के कुछ लोग यदि आपकी क़दर नहीं करते तो ये उनकी नादानी है। समारोह का संचालन डॉ ज़िया राना ने और आभार सैयद मक़सूद अली ने प्रकट किया।