तपोभूमि पर पंचकल्याणक महोत्सव में सुबह तीर्थंकर बालक का जन्म हुआ, जन्माभिषेक पर निकली भव्य शोभायात्रा
जिनके जन्म जन कल्याण के लिए होते हैं हम ऐसे भगवान का जन्म कल्याण महोत्सव बनाते हैं :आचार्य प्रज्ञा सागरउज्जैन। परम पूज्य आचार्य श्री प्रज्ञा सागर जी महाराज के पावन सान्निध्य में शांतिनाथ पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महामहोत्सव में शुक्रवार को तीर्थंकर बालक के जन्मकल्याणक को आस्था श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस मौके पर सर्वप्रथम प्रातः 6.30 बजे से पात्र शुद्धि, अभिषेक, शांति धारा एवं नित्यमह पूजन की गई। जैसे ही आज प्रातः प्रतिष्ठाचार्य ने यह घोषणा की कि तीर्थंकर बालक का जन्म हो गया है, श्रद्धालुओं में अपार खुशी छा गयी और श्रद्धालु भावी तीर्थंकर भगवान के जन्म की खुशियां बांटने लगे। जन्म की बधाइयां हुईं।
इस पर श्रद्धालु थिरकते दिखाई दिए। जन्म होते ही मिठाइयां बाटीं गयीं। गगनभेदी नगाड़ों को बजाते हुए मंगल गान गाये गए। दोपहर में तीर्थंकर बालक की जन्माभिषेक शोभायात्रा निकाली गयी। यात्रा में कुबेर अपना खजाना लुटाते हुए चल रहा था। बैंड मधुर ध्वनि करते हुए चल रहा था। विभिन्न स्वयंसेवी संघ दिव्य घोष आदि के माध्यम से जुलूस को भक्तिमय बना रहे थे। शोभायात्रा में हाथी, घोड़े और बग्गियां क्रमशः चल रही थीं।
इस दौरान पांडुक शिला पर हुए जन्माभिषेक को देखने श्रद्धालुओं का भारी जनसैलाब उमड़ पड़ा। बालक शान्ति कुमार को लेकर सौधर्म इंद्र ने पांडुक शिला पर ले जाकर अभिषेक कराया। इंद्राणी द्वारा तीर्थंकर बालक का प्रथम दर्शन एवं इंद्र द्वारा सहस्र नेत्रों द्वारा दर्शन के सुंदर मनोरम प्रेरणादायी दृश्यों का मंचन पंचकल्याणक के पात्रों द्वारा किया गया जिसे देख दर्शक भाव-विभोर हो गए। तांडव नृत्य देख दर्शक ताली बजाने के लिए मजबूर हो गए। संगीतमय महाआरती एवं शास्त्र प्रवचन का आयोजन भी किया गया।
बालक शांति कुमार का पालना झुलाने भी खूब उत्साह देखा गया। सुबह इस दौरान महाराज जी ने अपने प्रवचन में कहा कि भावी तीर्थंकर जो आज बालक रूप में जन्मा है, उसके जन्म पर प्रतिदिन करोड़ों रत्नों की वर्षा देव करते हैं लेकिन तीर्थंकर के लिए तो यह सब माया है। जो बालक इन रत्नों पर पैर रखकर चलने वाला है, वह रत्नत्रय को प्राप्त करता है।
उन्होंने कहा कि बचपन में डाले गए संस्कार जीवन भर साथ देते हैं। ऐसे संस्कार डालो जिससे आपका नाम रोशन करे। अपने बच्चे में अच्छे संस्कार का बीजारोपण करने के लिए आपको भी एक अच्छा इंसान बनना होगा जिससे आपका बच्चा आपको ही अपना मार्गदर्शक और आदर्श मान सके जिन महापुरुषों का जन्म जन कल्याण के लिए होता है हम उनका जन्म कल्याण मनाते हैं। विधि-विधान की क्रियाएं पंडित एवं ब्रह्मचारी आदि ने सम्पन्न कराई।
युवराज शांतिनाथ की विवाह,ऐतिहासिक एवं भव्य बारात रात को उज्जैन के शांतिनाथ मंदिर लक्ष्मी नगर से प्रारम्भ होकर शहीद पार्क, घंटाघर, ग्रान्ड होटल होते हुए शांतिनाथ मंदिर बोर्डिगं तक पर पहुंची. इस राजसी, ऐतिहासिक एवं अनूठी बारात में सभी पुरे राजसी ठाट-बाट के साथ पूरी तरह से सजधज कर शामिल हुए पुरूष वर्ग शेरवानी या सुट-बुट में जबकि महिलाएं लहंगा-चुन्नी, इत्यादि विशेष परिधान में थी बारात में बैंड बाजे मधुर संगीत, जय कारे के नारे, धर्म ध्वजा, घोड़े, बग्गी, हाथी इत्यादि सभी शामिल हुए बारात में प्रभावना के रूप में अनेक जगह कुछ न कुछ बांटा गया । मीडिया प्रभारी डॉ सचिन कासलीवाल ने बताया कि दीक्षा कल्याणक महोत्सव शनिवार, 23 अप्रैल 2022
प्रात: 6.00 बजे से जाप, अभिषेक, शांतिधारा, नित्य पूजा, जन्म कल्याणक पूजा, शांति हवन
प्रातः 8.00 बजे: आचार्य संघ के मंगल प्रवचन
दोपहर 12.30 बजे से राजदरबार, राज्याभिषेक, 32 मुकुटबद्ध राजाओं द्वारा भेंट, राजतिलक दिग्विजय यात्रा, राजनर्तिका नृत्य, राजनीति पर भगवान का उपदेश (दर्पण में दो प्रतिविम्ब देखकर पूर्व भव का स्मरण हुआ), का अनैमित्तिक वैराग्य, लोकांतिक देवागमन, नारायण नामक पुत्र को राज्य देकर स्वराज्य त्याग, वैराग्याभिषेक, दिव्य वस्त्राभूषण, सुवर्ण सौभाग्यवती द्वारा वर्णपूरारात्रिकावर्तनम्, भगवान सिद्धार्थ का पालकी में हस्तिनापुर शालन हेतु प्रस्थान, नंदी वृक्ष के नीचे भगवान का दीक्षाविधि संस्कार
रात्रि7.00 बजे से आरती, शास्त्र प्रवचन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम। ।आचार्य श्री108 प्रज्ञासागर जी महाराज के सानिध्य में 24 अप्रैल को होने जा रही दीक्षा
जैनेश्वरी दीक्षा
1 .ब्रह्मचारी गुलजारीलाल जी तपोभूमि 83 वर्ष
2. सुभास भैय्या जी ,भोज 72वर्ष
3. सोधर्म भैय्या सतलगा 17वर्ष
4. श्रीमती मोती रानी पत्नी श्री वीरसेन जी उज्जैन 63 वर्ष।
जिसमें विशेष रूप से संस्थापक अध्यक्ष अशोक जैन चाय वाले,अध्यक्ष सुनील जैन ट्रांसपोर्ट,कार्याध्यक्ष दिनेश जैन सुपर फार्मा,सचिव धर्मेंद्र सेठी, कोषाध्यक्ष इंदर मल जैन, उपाध्यक्ष संतोष लुहाडिया, सह सचिव दीपक जैन सहकोषाध्यक्ष वीरसेन जैन एवं संरक्षक कमल मोदी पवन बोहरा, निर्माण समिति संजय बड़जात्या, लाइब्रेरी प्रभारी अनिल जैन कासलीवाल, स्टोर प्रभारी सुनील जैन बरगड़िया, स्वास्थ्य प्रभारी दिनेश जैन पंड्या आदि सभी ट्रस्ट एवं प्रज्ञा कला मंच, प्रज्ञा बाल मंच, प्रज्ञा पुष्पा मंच, प्रज्ञा युवा मंच एवं पंचकल्याणक महोत्सव का संयोजक राजेंद्र लुहाडिया एवं प्रमित मोदी आदि संपूर्ण ट्रस्ट आदि सभी ने पंचकल्याणक में अधिक से अधिक सभी लोगों को पहुंचकर लाभ लेने का आग्रह किया है