मां से बढ़कर कोई नहीं। ये सिर्फ कोरे शब्द नहीं हैं, बल्कि वो सच है जिसके आगे दुनिया की बड़ी से बड़ी ताकत ने कई दफा घुटने टेके हैं। इसी ताकत का एक और उदाहरण कोलकाता की महिला ने दिया है, जिसने शादी तो ये सोचकर की थी कि उसे जिंदगीभर प्यार करने वाला साथी मिल गया है, लेकिन बाद में उसकी जिंदगी बुरे सपने में तब्दील हो गई। हालांकि, महिला ने इस कठिन समय में भी अपने कोख में पल रहे बच्चे के खातिर हिम्मत नहीं हारी और नरक समान जिंदगी से बाहर निकलकर उसने अपने दम पर बिजनस खड़ा किया और एक साल में 30 लाख की कमाई कर डाली।
फातिमा ने इंस्टाग्राम पेज पर अपनी पूरी कहानी शेयर की है। उन्होंने बताया कि कैसे साल 2019 में उनकी अपने पूर्व पति से मुलाकात हुई थी। उस दौरान उन्हें लगता था कि उन्हें सबसे ज्यादा प्यार करने वाला पार्टनर मिल गया है। कुछ लोग उन्हें सावधान करते रहते थे कि वो लड़का सही नहीं है। इस बारे में जब फातिमा अपने पार्टनर से सवाल करती थी, तो वह कहता था कि दूसरे उससे जलते हैं और नहीं चाहते कि दोनों की शादी हो। लेकिन बाद में दूसरों की कही बातें ही सच साबित हुईं। शादी के बाद धीरे-धीरे पति ने उसे दोस्तों व परिवार से अलग करना शुरू कर दिया। वह गुस्सा होता तो उसके लिए भी फातिमा और उसके माता-पिता को दोषी ठहराता। कुछ महीने बाद ही कोरोना ने पैर पसारना शुरू कर दिए और लॉकडाउन लग गया। इसी दौरान फातिमा को पता चला कि वह गर्भवती है। हालांकि, वह इस खुशी को मना पाती उससे पहले ही उसके पति के असली रंग सामने आने लगे। वह उससे लड़कता और अपशब्द सुनाता।
चीजें हर बीतते दिन के साथ और खराब होती चली गईं। उसके पति ने उसे Physically Abuse करना शुरू कर दिया। वह कभी हाथ उठाता तो कभी गर्म कॉफी उस पर फेंकता। एक बार बहस के दौरान उसने फातिमा के पेट में मुक्का मार दिया। ये उसके व बच्चे के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। फातिमा ने जब ससुराल वालों से मदद मांगने की कोशिश की, तो उन्होंने उल्टा उसे ही दोषी ठहराया और ये समझाने की कोशिश की कि ये सब शादीशुदा जीवन का हिस्सा है। पति उसकी जान लेने की कोशिश कर चुका था और ससुराल से उसे बिल्कुल सपोर्ट नहीं था। इसके बाद फातिमा ने बाहर से मदद मांगना शुरू कर दिया। उसने अपनी डॉक्टर को स्थिति बताई, जिसने उसे सर्टिफिकेट बनाकर दिया कि वह ट्रैवल के लिए फिट है।
इसके बाद फातिमा ने पति के खिलाफ ऑनलाइन शिकायत दर्द करवाई। इसे प्रॉसेस होने में करीब एक सप्ताह लगा। इसी बीच वह घर छोड़ने की कोशिश करने लगी। उसके पति को इसकी भनक लग गई और उसने उसे कमरे में कैद कर दिया और खाना तक नहीं दिया। उस दौरान लॉकडाउन के दौरान ट्रैवल की पर्मिशन मिलना आसान नहीं था। कैब ड्राइवर तक उसे ले जाने को तैयार नहीं थे। फातिमा की स्थिति जान आखिर में एक कैब ड्राइवर राजी हुआ। वह चुपचाप घर की बालकनी से निकली और गाड़ी में जाकर बैठ गई।
आखिरकार वह बेंगलुरू एयरपोर्ट पहुंची और कोलकाता में अपने मायके जाने के लिए फ्लाइट ली। घर पहुंचने पर उसने तलाक के लिए अर्जी दे दी। फातिमा के लिए ये सब आसान नहीं था, लेकिन अपने बच्चे के खातिर उसने खुद को मजबूत किया और घर के बैकरी के काम में खुद को लगा लिया। फातिमा के केक और पेस्ट्री हिट हुए। उसने पैसे इकट्ठा कर मशीनें खरीदीं और अपना कैफे भी ओपन किया। वह अपने नवजात बच्चे को लेकर काम पर जाती थी। अपने परिवार के सपोर्ट और लोगों से मिले पॉजिटिव रिस्पॉन्स के कारण फातिमा ने पहले साल में ही 30 लाख रुपये कमा लिए। अपनी बेटी को वह बेस्ट चीजें देना चाहती हैं। फातिमा का कहना है कि अब उनके मन में किसी चीज को लेकर डर नहीं है और उसका पूरा ध्यान सिर्फ काम व बेटी पर ही है। आज की तारीख में फातिमा की कहानी न जाने कितनी लोगों के लिए प्रेरणा बन चुकी है।