मेरी आँखों में रहो नींद बनो ख्वाब बनो प्रख्यात शायर एजाजे मुस्तुफा में भी नग्मों की बयार


उज्जैन। प्रख्यात शायर और मूर्धन्य पत्रकार पण्डित मुस्तफा आरिफ के नगर आगमन पर शहर की एक दर्जन से ज्यादा संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने एजाजे मुस्तफा कार्यक्रम आयोजित किया।  व्यंग्यकार मुकेश जोशी द्वारा संयोजित आयोजन के मुख्य अतिथि पत्रकार अर्जुन सिंह चंदेल, विशेष अतिथि प्रकाश चित्तोड़ा प्रोफेसर शैलेंद्र पाराशर थे। अध्यक्षता कवि एवम साहित्य कार श्री नरेंद्रसिंह अकेला ने की। इस मौके पर  पंडित मुस्तफ़ा आरिफ ने अपने पत्रकारिता जीवन से जुड़े कई संस्मरण साझा किए।  आयोजित सम्मान




समारोह में , स्वामी मुस्कुराके शैलेंद्र व्यास, सुमित नारंग, श्रीकांत वैशम्पायन, अभय तिरवार, डॉ पिलकेन्द्र अरोरा, अभिमन्यु चंदेल, मज़ार ए नज़मी के मैनेजर शेख मुर्तुजा भाई कोटा वाला, हांजी कुतुब फ़ातेमी, मुर्तुजा भाई बड़वाह वाला, खुज़ेमा चांदा भाई वाला, दारासिंह राणा, अभिमन्यु चंदेल सहित 12 संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने स्वागत किया। संचालन कवि सुगनचंद जैन ने किया। आभार कवि अशोक भाटी ने माना कविताओं से दी शुभकामनाएं सम्मान समारोह में पंडित आरिफ ने मुक्तक और अशआर सुनाकर सभी का दिल जीत लिया। कवि नरेंद्र सिंह अकेला ने कहा, मेरी आँखों में रहो नींद बनो ख्वाब बनो, आप फूलों में रहो और सदा गुलाब बनो। व्यंग्यकार अशोक भाटी ने अपनी व्यंग्य रचनाओं से वातावरण को हास्यमय कर दिया। कवि सुगनचंद जैन ने त्वरित कविता सुनाई। मालवी कवि राजेन्द्र जैन ने श्रोताओं को खूब गुदगुदाया। स्वामी मुस्कुराके एवं मुकेश जोशी ने भी व्यंग्य बाण चलाए।