क्या 'से पार्ट 1 से भी ज्यादा बेमिसाल साबित होगी?
टॉम क्रूज़ सिल्वर स्क्रीन पर एक बार फिर धमाल मचाने और अपनी अगली बहुप्रतीक्षित फिल्म मिशन 'इम्पॉसिबल: डेड रेकनिंग पार्ट 1' के साथ वैश्विक बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। यह फिल्म वर्ष 2023 की सबसे प्रतीक्षित रिलीज़ में से एक है। इस बीच दर्शकों और फैंस की इंतज़ार की घड़ियाँ आखिरकार कुछ कम हुई हैं, क्योंकि यह फिल्म 12 जुलाई को पूरे भारत में हिंदी, अंग्रेजी, तमिल और तेलुगु भाषाओं में रिलीज़ होने जा रही है।
फिल्म को रिलीज़ के बाद कैसी प्रतिक्रिया मिलेगी, फिल्म निर्माता सिर्फ इस दृषिकोण को देखकर ही खुश नहीं हैं, बल्कि वे उन बातों को लेकर भी रोमांचित हैं, जिसे उन्होंने अभी तक प्रकट नहीं किया है। मैकक्वेरी कहते हैं, "अगले पार्ट में, आप महसूस करेंगे कि दुनिया का लगातार विस्तार हो रहा है और आप उन जगहों पर जाएँगे, जहाँ फ्रैंचाइज़ी कभी नहीं गई है। आप दुनिया के उन हिस्सों को देखेंगे, जिन्हें पहले कभी-भी इस तरह से नहीं देखा होगा। और स्पष्ट रूप से कहूँ, तो उनमें से कुछ लम्बे समय तक अस्तित्व में नहीं रहेंगे। इस फिल्म के माध्यम से हमने इसकी कहानी को दुनिया के कोने-कोने तक पहुँचाने का प्रयास किया है।"
क्रूज़ और मैकक्वेरी में से किसी ने भी अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया था कि क्रूज़ अगली फिल्म में दर्शकों के लिए कौन-से अभूतपूर्व स्टंट की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन कम से कम मैकक्वेरी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, "डेड रेकनिंग पार्ट वन में बाइक जंप, जो कि बहुत दूर था, यह स्टंट अब तक का सबसे खतरनाक पहलू था, जो हमने कभी करने का प्रयास किया था। इससे भी अधिक खतरनाक स्टंट एकमात्र चीज है, जिसने मुझे डरा दिया। यह वही है, जिसकी योजना हमने पार्ट 2 के लिए बनाई है।"
हालाँकि, अभी के लिए, दोनों ही यह चाहते हैं कि वे दुनिया भर के दर्शकों के लिए एक अद्भुत कहानी परोस सकें। इसके बारे में उनका कहना है कि मिशन: इम्पॉसिबल अब तक की सबसे रोमांचक, महत्वाकांक्षी और भावनात्मक फिल्म है।" क्रूज़ अपनी लगभग तीन दशक की मिशन यात्रा के बारे में कहते हैं, "मैं हमेशा से जानता था कि ये चीजें ऐसी हैं, जिन्हें हम बेहतरी से कर सकते हैं और बेहतर रूप दे सकते हैं। ऊँचाई की कोई पराकाष्ठा नहीं होती, जरुरत होती है, तो बस चढ़ते जाने की। लेकिन मैं मानता हूँ कि यह फिल्म सचमुच अपने उच्चतम स्तर पर है। मुझ पर मुझसे अधिक भारी और कोई नहीं पड़ सकता। मैंने हमेशा ही अपने लिए मानक सबसे ऊँचे रखे हैं और हमेशा खुद से सर्वश्रेष्ठ की ही अपेक्षा रखता हूँ। मैं कभी-भी अपने दर्शकों की सेवा करने से थकता नहीं हूँ, और इसी कोशिश में रहता हूँ कि मैं उन्हें क्या दूँ, जो उन्हें देखने में सबसे अच्छा लगे।"
टॉम क्रूज़ के प्रोडक्शन में बनी फिल्म 'मिशन: इम्पॉसिबल- डेड रेकनिंग पार्ट वन' को पैरामाउंट पिक्चर्स और स्काईडांस द्वारा प्रस्तुत किया गया है, जो 12 जुलाई को पूरे भारत में अंग्रेजी, हिंदी, तमिल और तेलुगु भाषाओं में रिलीज़ होने के लिए तैयार है।
इस सर्वे को स्कोडा ऑटो इंडिया ने कमीशन किया और एनआईक्यू बेसेस ने पूरा किया।
भारत में 92 प्रतिशत ग्राहक क्रैश के लिए टेस्ट की गई और सेफ्टी रेटिंग की कार चाहते हैं।
47.6 प्रतिशत भारतीय कार में अन्य विशेषताओं से ज्यादा महत्व सुरक्षा को देते हैं।
कार खरीदने के निर्णय में क्रैश-रेटिंग प्राथमिकताओं की सूची में सबसे ऊपर है।
कार खरीदने के निर्णय में फ्यूल एफिशियंसी तीसरे स्थान पर है।
91 प्रतिशत का मानना है कि सुरक्षा विशेषताओं के आधार पर कारों को प्रोत्साहन देना काफी प्रभावशाली होगा।
बच्चों/पीछे की सीट पर बैठे लोगों के लिए पृथक सुरक्षा रेटिंग को लेकर केवल 30 प्रतिशत ग्राहक जागरुक हैं।
कार खरीदने के लिए सबसे पसंदीदा क्रैश रेटिंग 5-स्टार क्रैश रेटिंग है।
28 जून, 2023 - ग्राहकों के बीच अपनी पर्सनल कार को चुनने को लेकर एक सर्वे किया गया। उनकी प्राथमिकताओं को समझने के लिए यह सर्वे स्कोडा ऑटो इंडिया द्वारा कमीशन किया गया और एनआईक्यू बेसेस द्वारा पूरा किया गया। इस सर्वे में ग्राहकों का सुरक्षा फीचर की ओर गहरा झुकाव देखने को मिला और हर 10 में से 9 ग्राहकों का मानना था कि भारत में सभी कारों की सुरक्षा रेटिंग होनी चाहिए। सर्वे में सामने आया कि ग्राहकों द्वारा कार खरीदने के निर्णय को प्रभावित करने वाले दो सबसे महत्वपूर्ण पहलू क्रैश रेटिंग और एयरबैग्स की संख्या थे। सबसे लोकप्रिय विशेषताओं में से एक, फ्यूल एफिशियंसी तीसरे स्थान पर थी।
लगभग 67 प्रतिशत उत्तरदाताओं में मौजूदा कार मालिक थे, जिनमें पास 5 लाख रु. या उससे ज्यादा मूल्य की कार थी। लगभग 33 प्रतिशत के पास कार नहीं थी, लेकिन वो एक साल के अंदर 5 लाख रु. से ज्यादा मूल्य की कार खरीदना चाहते थे। यह सर्वे 18 साल से 54 साल के लोगों के बीच एसईसी A और B ब्रैकेट में किया गया, जिनमें 80 प्रतिशत उत्तरदाता पुरुष और 20 प्रतिशत उत्तरदाता महिलाएं थीं।
कार की क्रैश रेटिंग ग्राहकों द्वारा कार खरीदने के निर्णय में सबसे महत्वपूर्ण थी, जिसके महत्व का स्कोर 22.3 प्रतिशत था। इसके बाद एयरबैग्स थे, जिनके महत्व का स्कोर 21.6 प्रतिशत था। फ्यूल एफिशियंसी कार खरीदने के लिए तीसरा सबसे महत्वपूर्ण पहलू था, जिसके महत्व का स्कोर 15 प्रतिशत था।
कार की क्रैश रेटिंग के मामले में ग्राहकों की सर्वाधिक पसंद 5 स्टार रेटिंग की कार के लिए रही, जो 22.2 प्रतिशत थी। इसके बाद 4-स्टार रेटिंग के लिए पसंद 21.3 प्रतिशत थी। जीरो क्रैश रेटिंग सबसे पीछे रही, जिसका स्कोर केवल 6.8 प्रतिशत था।
क्रैश टेस्ट में 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग के दो सेट होने के बारे में जागरुकता काफी ज्यादा 76 प्रतिशत थी, जबकि भारत में केवल 30 प्रतिशत ग्राहक ही बच्चे/पीछे की सीट पर बैठे लोगों की सेफ्टी रेटिंग के इन दो सेट्स में होने की बात जानते हैं।
पेट्र सोल्क, ब्रांड डायरेक्टर, स्कोडा ऑटो इंडिया ने कहा, ‘‘स्कोडा में हमारे लिए सुरक्षा हमारे डीएनए का हिस्सा है और यह सुरक्षित कार बनाने का हमारा सिद्धांत है। क्रैश टेस्ट और सुरक्षा के लिए हमारी 50 साल से ज्यादा समय की विरासत है। 2008 के बाद से दुनिया में हर स्कोडा कार को क्रैश-टेस्ट किया गया है, और भारत में 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग के साथ क्रैश-टेस्ट किया गया है। इस सर्वे में सामने आया कि स्कोडा को उच्च सेफ्टी रेटिंग वाले मॉडलों के लिए सर्वोच्च 3 ब्रांडों में माना जाता है। भारत के तेजी से बढ़ते इन्फ्र्रास्ट्रक्चर, भारत के अपने क्रैश टेस्टिंग स्टैंडर्ड के लिए आगामी प्रस्तावों के साथ यह देखकर खुशी होती है कि उपभोक्ता सुरक्षा को लेकर जागरुका हो रहे हैं और इसकी मांग कर रहे हैं। यह भविष्य की ओर एक सही कदम है। और स्कोडा भारतीय बाजार में अपने ब्रांड की वृद्धि के लिए इन विशेषताओं पर केंद्रित रहेगा।’’
अमृता श्रीवास्तव, रीज़नल डायरेक्टर (एपीएमईए), बेसेस स्पेशियल्टी सेल्स, एनआईक्यू बेसेस ने कहा, ‘‘एनआईक्यू बेसेस समाधान - एफपीओ (फीचर प्राईस ऑप्टिमाईज़र) द्वारा किए गए इस सर्वे में अलग-अलग विकल्प विधियों का उपयोग किया गया, जिसमें सामने आया कि ग्राहक कार खरीदने के लिए टेस्टेड विशेषताओं में ‘क्रैश रेटिंग’ की सुरक्षा विशेषता को सबसे ज्यादा महत्व देते हैं। हमारा फीचर प्राईस ऑप्टिमाईज़र (एफपीओ) ग्राहकों के विकल्पों को समझकर उनके द्वारा कार खरीदने के व्यवहार और उनके द्वारा चुकाए जाने वाले मूल्यों को समझता है। यह सर्वे भारत के 10 राज्यों में 1000 लोगों के बीच किया गया। इसमें शामिल किए गए राज्यों में तमिल नाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश/तेलंगाना, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश हैं।’’
एलेज़ैंड्रो फुरास, सेक्रेटरी जनरल, ग्लोबल एनसीएपी ने कहा, ‘‘ग्लोबल एनसीएपी बाजार में सुरक्षित कारों की ओर परिवर्तन को प्रोत्साहित कर रहा है। हम उपभोक्ताओं की सकारात्मक प्रतिक्रिया और ऑटोमेकर सुरक्षा डिज़ाईन में सुधारों को गति देने में इसके द्वारा उत्पन्न प्रभाव को देखकर बहुत उत्साहित हैं। यह नया सर्वे प्रदर्शित करता है कि उपभोक्ता कार खरीदने के निर्णय में सुरक्षा को प्राथमिकता मानते हैं। बाजार एक मजबूत संकेत दे रहा है कि सुरक्षा से ही कार बिकती है और जिंदगियाँ बचती हैं।’’
यह अध्ययन भारत सरकार एवं अन्य नियामकों द्वारा सुरक्षा पर गहरे फोकस के साथ उपभोक्ताओं के बीच कारों में सुरक्षा के प्रति धारणा के आकलन के लिए किया गया। इस सर्वे में उन विशेषताओं को ट्रैक किया गया, जिनसे उपभोक्ताओं की पसंद सबसे ज्यादा प्रभावित होती है। इस सूची में सुरक्षा सबसे ऊपर थी। इंटरव्यू के स्क्रीनिंग के सवाल थे, जिसके बाद विशेषताओं का विवरण और एक वर्चुअल शॉपिंग का अभ्यास था, जिसमें ग्राहकों से विभिन्न विशेषताओं के साथ सबसे पसंदीदा कॉन्सेप्ट चुनने के लिए कहा गया। इस सर्वे में कुछ अतिरिक्त सवाल थे, जिन पर ग्राहकों की सीधी प्रतिक्रिया को नोट किया गया ताकि सुरक्षा से संबंधित पहलुओं पर उनकी जागरुकता व धारणा को समझा जा सके।